MP0024

थरथराते कांपते मेरे हाथ तुम थाम लो,
मेरी आंखो में देखो और एक बार मेरा नाम लो..

तुम मुझसे इश्क़ करो ना करो तुम्हारी मर्ज़ी,
तुम मेरा यक़ीन करो ना करो तुम्हारी मर्ज़ी,
पर मेरा वक्त कम् है और मुझे तुम्हारी ज़रूरत ज़्यादा,
अब यही एक सच्च है तुम इतना सिर्फ जानलो..

अलविदा कहने का मौका मिले ना मिले,
कुछ देर के लिए मुझे अपना मान लो..

फिर कहना नहीं के में कहे बिन चला गया,
जब तक पास हूं तुम थोड़ा पहेचान लो...

                         ♥️

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